अगर पत्तरकारिता मर जाएगी तो लोकतंत्र मर जायेगा यह प्र्क्यत पत्रकार प्रभास जोशी ने खा था लेकिन पत्रकारिता आम नागरिक का हतियार है आम जनता से एस हथियार को छिनने की शाजिस हो रही है देश में पत्रकारिता की सुरुआत एक उदेश्य के साथ हुई लेकिन आज यह जू रूप अखितियर कर चुकी है ओह किसे से छिपा नही है
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