Thursday 21 April 2011

patrkarita

अगर पत्तरकारिता मर जाएगी तो लोकतंत्र मर जायेगा यह प्र्क्यत पत्रकार प्रभास जोशी ने खा था लेकिन पत्रकारिता आम नागरिक का हतियार है आम जनता से एस हथियार को छिनने की शाजिस हो रही है देश में पत्रकारिता की सुरुआत एक उदेश्य के साथ हुई लेकिन आज यह जू रूप अखितियर कर चुकी है ओह किसे से छिपा नही है

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